LYRIC

रब्ब की होवे सन्ना हमेशा
रब्ब की होवे सन्ना

रब्ब की होवे मदह सराई
उसके नाम की सन्ना

रब्ब के घर में होवे सिताइश
उसकी हम्द हो सन्ना

कामों में है वह कैसा कादिर
उसकी कुदरत बता

जय के ज़ोर से फूकों नरसिंगे
बरबत बीन बजा

तारदार साजों पे रागनी छेड़ो
डफ और तबला बजा

बाँसुरी पर सुना सुरें सुरीली
झन-झन झाँझ बजा

सारे मिलकर ताली बजाओ
गाओ रब्ब की सन्ना

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