LYRIC

रूह ए पाक खुदवन्द तू आ
जान, जिस्म और रूह में तू बसजा
रहे पाक खुदवन्द तू आ
जान, जिस्म और रूह में तू बसजा

आ… आ… रूह आ
आ… आ… रूह आ
रूह आ रूह आ

रूह के शोले लपक लपक जब आते है
बंधन सारे टुटके गिरते जाते है
रूह के शोले लपक लपक जब आते है
बंधन सारे टुटके गिरते जाते है

बारिश होगी रूहे पाक के बादल से
धूल जायेंगे मैले धब्बे अंदर से
बारिश होगी रूहे पाक के बादल से
धूल जायेंगे मैले धब्बे अंदर से

रूह की सूरत मैं येशु जब आएगा
तहश-नःश होगा शैतान गिर जाएगा
रूह की सूरत मैं येशु जब आएगा
तहश-नःश होगा शैतान गिर जाएगा

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