LYRIC

अनादि ईश्वर तू मेरे लिए प्रभु
शरण स्थान ठहरा है हमेशा
सुख दुःख परिस्थिति में

जीवन की राहों में आंधी तुफान का शोर होता है
आज्ञा देकर शांत बना मेरी नैया उस पार लगा

स्वर्ग यहोवा का है धरती भी उसकी रचना है
वही हमारा ईश्वर है उसकी चराई की भेंडे़ हम

राजाओं का राजा प्रभु धर्म से राज्य वो करेगा
आओ हम सब आनन्द से जय जयकार करें प्रतिदिन

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