LYRIC

तेरे दिल के दर पर, यीशु खटखटाता,
खोलो तुम दरवाज़ा, वो है आना चाहता

बनना चाहता है वह, तेरा ही मेहमान आज,
तेरा रंज ओ फिक्र, वह उठाना चाहता

खुशी अपनी देता, होवे तू जलाली,
रात दिन तेरे साथ ही, वह है रहना चाहता

नर्म आवाज़ से बोलता, मुआ वास्ते तेरे,
छोड़ो बद सलूकी, खोलो दर मैं आता

तेरी खातिर मैंने पहिना ताज कटीला,
तुझको अब जलाली ताज हूँ मैं पहिनाता

बेवफा न हो तू मेरे खून खरीदे,
कर मेरा इकरार तू मुझ से क्यो शरमाता

खोलता दूं दरवाजा, दिल का एै मसीहा,
आ और इस में रह तू मैं हूँ दिल से चाहत

यीशु प्यारो कहता, किमती वक्त है जाता,
वक्त गया जो प्यारों वापिस फिर नही आता

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